Ram Navami festival is a part of the spring Navratri in the Hindu calendar month of Chaitra. Here in thins post we are publishing some most famous Ram Navami songs lyrics in Hindi.
1. रघुपति राघव राजा राम
2. ठुमक चलत रामचंद्र
3. श्री राम चंद्र कृपालु भजमन
4. राम सिया राम सिया राम
5. पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
6. रामजी की निकली सवारी
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Raghupati Raghava Raja Ram Lyrics in Hindi
Song Title: Raghupati Raghav Raja Ram
Singer: Palak Muchhal
Music: Ketan Patwardhan
Lyrics: Lakshmanacharya
Music Label: Rajshri Entertainment
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
सीता राम सीता राम
भज प्यारे तू सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
ईश्वर अल्लाह तेरे नाम
सबको सन्मति दे भगवान
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रात को निंदिया दिन तो काम
कभी भजोगे प्रभु का नाम
करते रहिये अपने काम
लेते रहिये हरि का नाम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
Thumak Chalat Ramchandra Lyrics in Hindi
ठुमक चलत रामचंद्र
ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैंजनियां
किलकि किलकि उठत धाय गिरत भूमि लटपटाय
धाय मात गोद लेत दशरथ की रनियां
ठुमक चलत रामचंद्र
ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैंजनियां
अंचल रज अंग झारि विविध भांति सो दुलारि
तन मन धन वारि वारि कहत मृदु बचनियां
ठुमक चलत रामचंद्र
ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैंजनियां
विद्रुम से अरुण अधर बोलत मुख मधुर मधुर
सुभग नासिका में चारु लटकत लटकनियां
ठुमक चलत रामचंद्र
ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैंजनियां
तुलसीदास अति आनंद देख के मुखारविंद
रघुवर छबि के समान रघुवर छबि बनियां
ठुमक चलत रामचंद्र
ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैंजनियां
Shri Ramacandra Kripalu Bhajman
श्री राम श्री राम
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्
नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणम्
श्री राम श्री राम
कंदर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरज सुन्दरम्
पट पीत मानहु तड़ित रूचि शुचि नौमि जनक सुतावरम्
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्
श्री राम श्री राम
भज दीन बन्धु दिनेश दानव दैत्य वंश निकंदनम्
रघुनंद आनंद कंद कौशल चंद दशरथ नन्दनम्
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्
श्री राम श्री राम
सिर मुकुट कुंडल तिलक चारु उदारु अंग विभूषणम्
आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खर दूषणम्
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्
श्री राम श्री राम
इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनम्
मम हृदय कंज निवास कुरु कामादि खल तल गंजनम्
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्
नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणम्
श्री राम श्री राम
Shri Ramacandra Kripalu Bhajman
Movie: Geet Gata Chal
Singer: Jaspal Singh
Lyrics & Music: Ravindra Jain
Music label: Rajshri
मंगल भवन अमंगल हारी
द्रबहु सुदसरथ अचर बिहारी
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
हो.. होइहै वही जो राम रचि राखा
को करी तरफ़ बढ़ावे साखा
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
हो.. धीरज धरम मित्र अरु नारी
आपद काल परखिये चारी
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
हो.. जेहिके जेहि पर सत्य सनेहू
सो तेहि मिलय न कछु सन्देहू
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
हो.. जाकी रही भावना जैसी
रघु मूरति देखी तिन तैसी
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जाई
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
हो.. हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता
कहहि सुनहि बहुविधि सब संता
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
Payoji Maine Ram Ratan Dhan Payo
पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु
वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु, किरपा करी अपनायो
जनम जनम की पूँजी पाई जनम जनम की
जनम जनम की पूँजी पाई जनम जनम की
जगमें सभी खोवायो
पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
खरचै न खूटै, चोर न लूटै, खरचै न खूटै
खरचै न खूटै, चोर न लूटै, दिन दिन बढ़त सवायो
पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
सत की नाव, खेवटिया सतगुरु, सत की नाव
सत की नाव, खेवटिया सतगुरु भवसागर तर आयो
पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर, मीरा के प्रभु
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर, हरख हरख जस गायो
(पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो
पायो जी मैं ने राम रतन धन पायो) x 2
Ramji Ki Nikli Sawari Lyrics in Hindi
हो..
सर पे मुकुट सजे मुख पे उजाला
मुख पे उजाला
हाथ में धनुष गले में पुष्प माला
हम दास इनके ये सबके स्वामी
अन्जान हम ये अन्तरयामी
शीश झुकाओ, राम गुन गाओ
बोलो जय विष्णु के अवतारी
राम जी की निकली सवारी
राम जी की लीला है न्यारी
राम जी की निकली सवारी
राम जी की लीला है न्यारी
एक तरफ़ लक्ष्मण एक तरफ़ सीता
बीच में जगत के पालनहारी
राम जी की निकली सवारी
राम जी की लीला है न्यारी न्यारी
राम जी की निकली सवारी
राम जी की लीला है न्यारी [पुरा गाना देखें..]